लक्सर। गोवर्धनपुर रोड स्थित रेलवे ओवर ब्रिज के नीचे बनी अस्थाई गौशाला में आज फिर एक बेजुबान बछड़े ने तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया।जिसे नगर पालिका परिषद की जेसीबी द्वारा उठवा दिया गया।
‘ओवर ब्रिज के नीचे कुछ समय से एक अस्थाई गौशाला बनी हुई है,जिसमें आसपास के ग्रामीणों द्वारा छोटे-छोटे मासूम बछड़ों को लावारिस छोड़ दिया जाता है।कभी-कभी कोई उनके लिए हरे चारे का इंतजाम कर देता है।बाकी समय बैजुवान आस-पास खाने की तलाश में घूमते रहते हैं और आने जाने वाले वाहनों की चपेट में आकर घायल भी हो जाते हैं। और उचित चिकित्सा की व्यवस्था न होने के कारण एक दिन तड़प-तड़प कर मर जाते हैं।जिन्हें नगर पालिका परिषद द्वारा उठवा दिया जाता है।
गत रात्रि भी एक मासूम बेजुबान बछड़ा भूख प्यास से तड़प-तड़प कर मर गया, जिसकी फैल रही दुर्गंध से परेशान आसपास के दुकानदारों व नागरिकों द्वारा नगर पालिका परिषद को सूचना दी गई जहां से लगभग 2:30 बजे जेसीबी मशीन के द्वारा मृत बछड़े को उठाकर ले जाया गया।
‘स्थानीय निवासी डॉक्टर प्रेम सिंह पुंडीर का कहना है कि यह गौशाला अनऑथराइज्ड है जिसे जबरन नगर पालिका द्वारा ओवर ब्रिज के नीचे स्थापित किया गया है,जबकि इनके लिए एक स्थाई गौशाला का होना अति आवश्यक है।जहां यह बेजुबान जानवर हरे चारे व पीने के पानी के साथ आराम से रह सकेंगे।अनेक बार इस संबंध में उच्चाधिकारियों को अवगत कराने के बाद भी आज तक इनके लिए कोई स्थाई स्थान की व्यवस्था नहीं की गई है।
पूर्व पालिका सभासद कुंवरपाल(कपड़े वालो), डॉ राज चीमा, परवेज आलम, आनंद, डॉक्टर मोनू, प्रशांत गोयल, नरेश मिस्त्री, अरुण कुमार आदि नागरिकों का कहना है कि इस अस्थाई गौशाला में क्षेत्र के गांव निवासी अपने छोटे-छोटे बछड़ों को छोड़ कर चले जाते हैं लेकिन उनके लिए खाने पीने की व्यवस्था तक नहीं करते,बल्कि वापस देखने भी नहीं आते हैं। इन्होंने नगर पालिका परिषद अध्यक्ष तथा उप जिलाधिकारी लक्सर से इनके लिए अस्थाई रूप से एक गौशाला बनवाने की मांग की है।
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