लक्सर। नगर के मुख्य बाजार में व्यापारियों द्वारा अपना सामान बाहर रखने के कारण,प्रतिदिन लगने वाले जाम से परेशान होकर नगर वासियों ने उप जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर अतिक्रमण हटवाकर, रोज लगने वाले जाम से निजात दिलाने की मांग की।
‘वैसे तो नगर की प्रत्येक सड़क पर अतिक्रमण का जोर है कोई भी मार्ग ऐसा नहीं है, जहां पर स्थानीय लोगों द्वारा अतिक्रमण ने किया गया हो।
‘ यहां तक की हरिद्वार- पुरकाजी मार्ग पर बने रेलवे ओवरब्रिज के नीचे खाली पड़ी जगह पर भी इतना ज्यादा अतिक्रमण है कि एक साइड की सड़क से दूसरी सड़क पर जाना भी संभव नहीं है, यहां पर कुछ नागरिकों द्वारा अपने कारोबार के साथ ही स्थाई रूप से फोर व्हीलर खड़े कर रखे हैं।जिनसे मार्ग अवरुद्ध रहता है,यही हाल स्थानीय बालावाली तिराहे का है यहां भी हाईवे पर लगभग 10 से 12 फीट तक दोनों और की सड़क पर फलों,चाट, चाऊमीन आदि की ठेली वालों के साथ ही दुकानदारों ने भी अतिक्रमण किया हुआ है। जिससे वाहनों के आने जाने में भी परेशानी होती है। हरिद्वार रोड ओवरब्रिज के नीचे अस्थाई रूप से टैक्सी स्टैंड बना हुआ है।
वही एक साइकिल व्यापारी ने तथा एक ट्रांसपोर्टर ने अस्थाई रूप से कब्जा किया हुआ है।
‘शासन प्रशासन से अनेक बार लिखित व मौखिक रूप से शिकायत किए जाने के बाद भी तथा अधिकारियों को मौके पर दिखाए जाने के बाद भी आज तक इस अतिक्रमण को हटाने का किसी ने प्रयास नहीं किया।
कहने को तो लोग यहां तक कहते हैं कि क्षेत्रीय विधायक, नगर पालिका परिषद अध्यक्ष दोनों बनिया बिरादरी के हैं। और अब तो एसडीएम भी बनिया बिरादरी के ही आ गये हैं।और भाजपा सरकार बनियों की है,इसलिए व्यापारी वर्ग निरंकुश होकर कारोबार कर रहा है,उसे सड़क अथवा गली के तंग होने से कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।
रितेश कुमार,खलील अहमद,सरण सिंह,अजय सिंघल, रामकुमार, विजयपाल,वीरेंद्र कुमार, प्रदीप कुमार,मोनू,राजकुमार, संतोष सिंह आदि व्यापारियों व नागरिकों ने एक प्रार्थना पत्र एसडीएम को देखकर बताया कि मेन बाजार में टू व्हीलर, फोर व्हीलर अथवा ई-रिक्शा के आ जाने से बाजार में पूरे दिन जाम की स्थिति बनी रहती है।आने जाने वाले लोगों को भी भारी परेशानी उठानी पड़ती है। व्यापारी वर्ग भी परेशान है। मुख्य रूप से सब्जी मंडी से लेकर बाजार के मध्य तक कुछ व्यापारियों द्वारा अपना सामान दुकान से बाहर लगाया जाता है, जिससे मुख्य मार्ग तंग हो जाता है और आने-जाने वालों पर इसका प्रभाव पड़ता है।
उन्होंने बताया कि मुख्य बाजार में अगर किसी कारणवश फायर ब्रिगेड की गाड़ी को भी आना पड़े तो आ नहीं सकती है।एक बार ऐसा पहले भी हो चुका है। जब आग लगने पर फायर ब्रिगेड की गाड़ी को अन्य रास्ते से आना पड़ा,जिसका नतीजा यह हुआ कि अग्निशमन गाड़ी के देर से पहुंचने पर नुकसान ज्यादा हुआ,उन्होंने उपजिलाधिकारी से मांग की है कि दुकानों से बाहर रखा सामान हटवा कर, बाजार को जाम मुक्त कराया जाए।
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