मंगलौर।प्रधानमंत्री द्वारा कृषि बिल कानून की वापसी की घोषणा के जाने के बाद विपक्ष ने इसे चुनावी स्टंट बताया कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव मंगलौर विधायक काजी निजामुद्दीन ने कहा के विधानसभा चुनाव नजदीक आ चुके हैं इसलिए तीनों कानून को वापस दिए जाने की घोषणा की है।
लेकिन आंदोलन में बैठे किसानों की शहादत को भुलाया नहीं जा सकता 1 साल बीत जाने के बाद प्रधानमंत्री ने इस बिल को वापस किए जाने की घोषणा की है अभी किसानों की कई मांगे हैं अभी तक किसानों का बकाया भुगतान नहीं किया जा सका है एमएसपी पर कोई गारंटी नहीं दी गई भाजपा सरकार ने केवल किसानों का शोषण किया है।
जिस देश की जनता और किसान कभी भूल नहीं सकते आगामी कई राज्यों में विधानसभा के चुनाव हैं इसलिए प्रधानमंत्री जी इस चुनावी स्टंट के रूप में पेश कर रहे हैं लेकिन इस बार जनता जाग चुकी है और भाजपा सरकार को इस देश से उखाड़ फेंकने का काम जनता करेगी
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