January 7, 2025

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अंतराष्ट्रीय वक्ताओं ने एसआरएचयू के मैनेजमेंट छात्रों से किया आनलाइन संवाद

डोईवाला। स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय जौलीग्रांट में मैनेजमेंट के छात्रों के लिए ऑनलाइन अतिथि व्याख्यान का आयोजन किया गया। जिसमेें अमेरिका के विभिन्न विश्वविद्यालयों के वक्ताओं ने वैश्विक परिदृश्य मंे हो रहे बदलाव व आवश्यकताओं से छात्रों को अवगत कराया।

गुरुवार को हिमालयन स्कूल आफ मैनेजमेंट स्टडीज में आयोजित व्याख्यान में प्रो. वरिंदर शर्मा एबर्ली कॉलेज ऑफ बिजनेस इंडियाना यूनिवर्सिटी ऑफ पेनसिल्वेनिया ने छात्रों के साथ वर्तमान पीढ़ी जो तकनीक रूप से अधिक समृद्ध है के व्यक्तित्व लक्षण साझा किए। ये लक्षण उनके क्रय व्यवहार को कैसे प्रभावित करते हैं इसके विषय में जानकारी दी। उन्होंने बताया वर्तमान पीढ़ी के पास असीमित जानकारी है क्योंकि वह प्रौद्योगिकी के युग में पले-बढ़े है। यह पुरानी पीढ़ियों की तुलना में काफी अलग तरीके से खरीदारी करते हैं।

छात्र इनके निर्णय लेने, प्राथमिकताओं और उपभोग करने के व्यवहार को समझने के विभिनन वेबसाइटों का अध्ययन करें।
डॉ इरेना यशिन शॉ, संस्थापक और सीईओ ग्लोबल एंटरप्रेन्योर्स इंस्टीट्यूट और विजिटिंग प्रोफेसर ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी ने छात्र-छात्राओं को उद्यमिता पर व्याख्यान दिया। उन्होंने छात्रों के साथ साझा किया कि यह कर्मचारी का संयोजन है जो अपने उद्यमिता कौशल व जिम्मेदारियांे के साथ एक उद्यमी का निर्माण करती हैं। एक उद्यमी वह कर्मचारी होता है जो एक अवसर का लाभ उठाता है।

एक विचार विकसित करता है और उसे संगठन की बेहतरी के लिए अगले स्तर तक ले जाता है। डॉ. इरेना ने छात्रों को उद्यमिता कौशल विकसित करने के लिए प्रेरित किया क्योंकि वर्तमान समय में कोई भी संगठन हो वह रचनात्मक कर्मचारियों को महत्व देते हैं।

थॉमस जेफरसन विश्वविद्यालय, फिलाडेल्फिया में वित्त के प्रोफेसर डी.के.मल्होत्रा ने राष्ट्र क्यों बढ़ते हैं और राष्ट्र क्यों विफल होते हैं- आर्थिक विकस के परिप्रेक्ष्य पर एक ऑनलाइन व्याख्यान दिया। उन्होंने छात्रों के साथ सतत आर्थिक की अवधारणा साझा की। उन्होंने बताया सतत आर्थिक विकास वह प्रक्रिया है जिससे मनुष्यों की आवश्यकता की पूर्ति होने के साथ प्राकृतिक संसाधनों व पर्यावरण को आने वाली पीढ़ियों के लिए संरक्षित रखता है। उन्होंने बताया कि सतत आर्थिक विकास की प्रक्रिया में सभी देशों का ध्यान गरीबी के दुष्चक्र को तोड़ने पर होना चाहिए।

एचएसएमएस के डीन डॉ. आलोक सकलानी ने कहा मैनेजमेंट के छात्रों को वैश्विक वातावरण से अवगत कराने की आवश्यकता है क्योंकि उन्हें एक वैश्विक परिदृश्य में कार्य करना है। इसे ध्यान में रखते हुए अंतर्राष्ट्रीय वक्ताओं के अतिथि व्याख्यानों की एक श्रृंखला का आयोजन किया जा रहा है।

दूसरी और बीबीए तृतीय सेमेस्टर के छात्रों के लिए एक ऑन लाइन अतिथि व्याख्यान आयोजित किया गया। मुख्य वक्ता चेतन चित्तलकर, निदेशक एमजीएनसीआरई (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण शिक्षा परिषद) ने छात्रों को ग्रामीण प्रबंधन के विषय में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जीवन के सभी क्षेत्रों में प्रबंधन कैसे महत्वपूर्ण है। उन्होंने छात्रों को अच्छा इंसान बनने और सफल पेशेवर बनने के लिए मूल्य आधारित जीवन जीने के लिए प्रोत्साहित किया। डॉ. रजत डिमरी और एकता राव ने सत्र संचालन में अपना सहयोग दिया।

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