न्यूयॉर्क। एक ताजा शोध में दावा किया गया है कि जेनेटिक हाई कोलेस्ट्रॉल, हृदय रोग या दोनों बीमारियों से पीडि़त कोविड-19 से संक्रमित लोगों को दिल के दौरे (हार्ट अटैक) का खतरा अधिक हो सकता है। पारिवारिक हाइपरकोलेस्ट्रोलेमिया (एफएच) एक सामान्य अनुवांशिक स्थिति है, जो आजीवन कम घनत्व वाले लिपोप्रोटीन कोलेस्ट्रॉल (एलडीएल-सी) के स्तर में वृद्धि के कारण हृदय रोग के जोखिम को 20 गुना तक बढ़ा देती है।
ताजा अध्ययन इस बात की भी पुष्टि करता है कि कोविड-19 स्थापित एथेरोस्क्लेरोटिक हृदय रोग (एएससीवीडी) वाले व्यक्तियों में दिल के दौरे की दर को बढ़ाता है। शोधकर्ताओं ने कहा कि संभावित एफएच पहले से मौजूद एएससीवीडी वाले व्यक्ति, जिन्हें कोविड-19 संक्रमण हुआ है, उनके समकक्षों (जो कोविड से प्रभावित नहीं थे) की तुलना में सात गुना अधिक वार्षिक दर से दिल का दौरा पड़ा। एफएच फाउंडेशन की मुख्य चिकित्सा अधिकारी मैरी मैकगोवन ने एक बयान में कहा, यह अध्ययन इस घातक अनुवांशिक स्थिति वाले व्यक्तियों का निदान करने के लिए एक कॉल टू एक्शन है, जो हमारी स्वास्थ्य प्रणाली के भीतर सादे ²ष्टि (प्लेन साइट) से छिपे हुए हैं और कोविड-19 संक्रमण से संबंधित विशेष सावधानी बरतते हैं।
हृदय रोग की रोकथाम के लिए एफएच एक अप्रयुक्त (अनटैप्ड) अवसर है। शोधकर्ताओं ने पाया कि कोविड-19 से संक्रमित लोगों में ज्ञात एएससीवीडी के साथ एफएच या संभावित एफएच की उपस्थिति वाले व्यक्तियों में दिल के दौरे की दर सबसे अधिक देखने को मिली। एफएच फाउंडेशन के मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी केली मायर्स ने शोध के परिणामों को काफी महत्वपूर्ण बताया है।अध्ययन के लिए टीम ने 55,412,462 व्यक्तियों का विश्लेषण किया, जिसमें समूहों को छह मिलान समूहों में विभाजित किया गया, जिनमें निदान किए गए एफएच, संभावित एफएच और एएससीवीडी शामिल रहे। इनमें वह लोग शामिल किए गए जिन्हें कोरोनावायरस था और ऐसे भी लोग शामिल किए गए जो संक्रमित नहीं थे।
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