गन्ना मूल्य घोषित न होने से किसानो की परेशानी बढ़ी
मंगलौर। उत्तराखंड सरकार द्वारा गन्ना मूल्य घोषित न किये जाने से किसानों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गन्ना मूल्य घोषित न होने से परेशान किसान कोल्हू में गन्ना बेचने को मजबूर है जबकि कोल्हू में किसानों का गन्ना 220 रुपये प्रति कुंतल की दर से खरीदा जा रहा है। घोषित समय से 15 दिन बाद शुरू हुए पैरोई सत्र से किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा।
किसानों को अपनी जरूरत पूरी करने के लिये मजबूरन कम मूल्यों पर कोल्हू में गन्ना बेचना पड़ रहा है। पैरोई सत्र शुरू हो चुका है लेकिन प्रदेश सरकार ने अभी तक गन्ना मूल्य घोषित नही किया जिससे किसानों को चिंता सताने लगी। जबकि गन्ना मूल्य घोषित में देरी किये जाने को लेकर विपक्ष कांग्रेस विधायक काज़ी निजामुदीन ने भाजपा पर किसानों का शोषण किये जाने का आरोप लगाया है।
उन्होंने कहा कि गन्ना मंत्री हरिद्वार जिले से तालुक रखते है लेकिन उनको किसानों की कोई चिंता नही है जबकि किसान गन्ना मन्त्री से कई बार मूल्य घोषित कराए जाने की मांग कर चुके है। बढ़ती महंगाई से किसानों को अपना परिवार का पालन पोषण करना दुश्वार हो चुका है ऐसी स्थिति में गन्ना का मूल्य भी घोषित नही हुआ है। किसानों की साल भर की मेहनत का सरकार कोई सुध नही ले रही है।
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